Details, Fiction and sidh kunjika
Details, Fiction and sidh kunjika
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People who read Devi Mahatmya devoid of this prayer of Kunjika won't get to the forest of perfection as they'll weep by itself without any just one to shield or secure them.
इदंतु कुंजिकास्तोत्रं मंत्रजागर्तिहेतवे। अभक्ते नैव दातव्यं गोपितं रक्ष पार्वति।।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति सप्तमोऽध्यायः
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे। ॐ ग्लौ हुं क्लीं जूं स:
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति षष्ठोऽध्यायः
ऐं-कारी सृष्टि-रूपायै, ह्रींकारी प्रतिपालिका।
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नामावलि
श्री सरस्वती अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
विच्चे चा ऽभयदा नित्यं, नमस्ते मन्त्ररूपिणि।।
नमस्ते रुद्ररूपिण्यै नमस्ते मधुमर्दिनि।
गोपनीयं प्रयत्नेन स्वयोनिरिव पार्वति।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति नवमोऽध्यायः
One thing that should be noted is usually that this kind of way involves challenging Sadhna and Sacrifice from someone. Simultaneously, the damaging effect of the slightest oversight is The key reason why that Tantrik techniques of reaching God tend here to be stated for being avoided.